द फॉलोअप डेस्क
भारत में कई मंदिरों में पूजा-अर्चना के अलग-अलग नियम होते हैं। कुछ मंदिरों में जहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित होता है, वहीं कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जहां पुरुषों को जाने की अनुमति नहीं होती या उनके प्रवेश पर कुछ शर्तें लागू होती हैं। आइए जानते हैं ऐसे 5 मंदिरों के बार में
आट्टकाल भगवती मंदिर
केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित इस मंदिर में देवी भगवती की पूजा होती है। यहां पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
कुमारी अम्मन मंदिर
कन्याकुमारी में स्थित इस मंदिर में देवी पार्वती के कन्या रूप की पूजा की जाती है। यहां केवल अविवाहित पुरुषों को ही प्रवेश की अनुमति है, जबकि विवाहित पुरुषों का प्रवेश वर्जित है।
चक्कूलाथूकावु मंदिर
केरल के पठानमथिट्टा जिले में स्थित इस मंदिर में देवी भगवती की पूजा की जाती है। हर साल दिसंबर महीने के पहले शुक्रवार को यहां एक विशेष आयोजन होता है, जिसमें सिर्फ महिलाएं ही भाग ले सकती हैं। इस दिन पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होता है।
ब्रह्मा मंदिर
अजमेर जिले में स्थित यह मंदिर भगवान ब्रह्मा का दुनिया में एकमात्र प्रसिद्ध मंदिर है। यहां विवाहित पुरुषों को प्रवेश की अनुमति नहीं है, केवल अविवाहित पुरुष ही दर्शन कर सकते हैं।
संतोषी माता मंदिर
राजस्थान के जोधपुर में स्थित इस मंदिर में हर शुक्रवार के दिन पुरुषों का प्रवेश प्रतिबंधित होता है। इस दिन केवल महिलाएं ही यहां पूजा कर सकती हैं।
क्या है इसकी वजह?
इन मंदिरों में पुरुषों के प्रवेश पर प्रतिबंध के पीछे धार्मिक और सामाजिक कारण बताए जाते हैं। कुछ मान्यताओं के अनुसार, इन मंदिरों में देवी की विशेष शक्ति होती है, जो पुरुषों के लिए हानिकारक हो सकती है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि यह परंपरा महिलाओं को समाज में विशेष सम्मान और महत्व देने के लिए शुरू की गई थी।